नागेश्वर ज्योतिर्लिंग: द्वारका में भगवान शिव का अनोखा दर्शन (Nageshwar Jyotirling: A Unique Encounter with Lord Shiva in Dwarka)
गुजरात के पश्चिमी तट पर स्थित द्वारका, भगवान श्रीकृष्ण की लीला भूमि के रूप में प्रसिद्ध है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि द्वारका के पास ही एक ऐसा प्राचीन मंदिर है, जहां आप भगवान शिव के दर्शन कर सकते हैं? जी हाँ, वह है नागाेश्वर ज्योतिर्लिंग (Nageshwar Jyotirling)!
बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, नागाेश्वर मंदिर भगवान शिव के अनोखे रूप के दर्शन का अवसर प्रदान करता है। आइए जानते हैं इस खास मंदिर के बारे में कुछ रोचक बातें:
मंदिर की विशेषताएं :
- नागाेश्वर ज्योतिर्लिंग को भगवान शिव का “नागखंड” रूप माना जाता है।
- मंदिर की खास बात यह है कि ज्योतिर्लिंग शिवलिंग के रूप में नहीं, बल्कि एक चिकने, काले पत्थर के रूप में विराजमान है।
- ऐसा माना जाता है कि इस ज्योतिर्लिंग को दक्षिणामूर्ति शिवलिंग के तौर पर पूजा जाता है।
- मंदिर परिसर में कई छोटे मंदिर भी हैं, जिनमें से कुछ भगवान गणेश, माता पार्वती और विभिन्न शिवलिंगों को समर्पित हैं।
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यात्रा का अनुभव :
द्वारका की यात्रा के दौरान नागाेश्वर मंदिर जाना न भूलें। मंदिर का शांत वातावरण और अनोखा ज्योतिर्लिंग दर्शन आपको आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराएगा।
रोचक तथ्य (Fun Facts):
- पुराणों के अनुसार, द्वापर युग में द्वारका के निर्माण के समय नागा (सांप) भगवान शिव की पूजा करते थे। उसी समय से इस स्थान का नाम नागाेश्वर पड़ा।
- मंदिर के पास ही द्वारकाधीश मंदिर स्थित है, जहाँ आप भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन कर सकते हैं। एक ही यात्रा में दोनों लोकप्रिय देवताओं के दर्शन का अनोखा अवसर मिलता है।
- ऐसा माना जाता है कि नागाेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन से नाग-दोष से मुक्ति मिलती है।
तो देर किस बात की? अपनी अगली धार्मिक यात्रा में द्वारका के नागाेश्वर ज्योतिर्लिंग जरूर जाएं और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करें!
Image Source : Gujrat Tourism