Where Curiosity Meets Knowledge!

Vidisha
Geography India Madhya Pradesh Vidisha

विदिशा जिला (मध्य प्रदेश) – इतिहास, भूगोल और संस्कृति

विदिशा (Vidisha) (मध्य प्रदेश) – इतिहास, भूगोल और संस्कृति

🏞 जिला परिचय (District at a Glance)

  • क्षेत्रफल (Area): 7,371 वर्ग किलोमीटर

  • जनसंख्या (Population): 14,58,875

  • पुरुष (Male): 7,69,568

  • महिला (Female): 6,89,307

  • तहसील (Tehsil): 12

  • गाँव (Villages): 1,524

विदिशा जिला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध क्षेत्र है। यह जिला न केवल अपने प्राचीन इतिहास के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहाँ की भौगोलिक स्थिति और सांस्कृतिक विविधता भी इसे विशेष बनाती है।

मध्य प्रदेश का भूगोल (Geography of Madhya Pradesh)

📜 विदिशा का नाम और उत्पत्ति

विदिशा जिले(Vidisha District) का नाम इसके मुख्यालय नगर विदिशा से पड़ा। इसका उल्लेख सबसे पहले महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण में मिलता है। कहा जाता है कि शत्रुघ्न के पुत्र शत्रुघाती को विदिशा की जिम्मेदारी दी गई थी।

प्राचीन समय में इस स्थान को भद्रावती और बाद में भिलसा (Bhilsa) भी कहा गया। विदिशा से 3 किलोमीटर दूर स्थित बेसनगर (Besnagar) को प्राचीन विदिशा की पहचान माना जाता है। यह स्थान बौद्ध, जैन और ब्राह्मण साहित्य में विभिन्न नामों से उल्लिखित है।

मध्य प्रदेश: इतिहास, संस्कृति और वन्य जीवन का अद्भुत संगम

🏛️ ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

मौर्य काल

सम्राट अशोक जब 18 वर्ष के थे तब उन्हें उज्जैन का वायसराय नियुक्त किया गया। पाटलिपुत्र से उज्जैन जाते समय वे विदिशा (बेसनगर) पहुँचे और यहीं उनकी मुलाकात देवी से हुई, जो एक साहूकार की पुत्री थीं। अशोक ने उनसे विवाह किया।
उनके पुत्र महेंद्र और पुत्री संगमित्रा ने बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और श्रीलंका तक धर्म का संदेश पहुँचाया।

सांची स्तूप (Stupa of Sanchi), जो विदिशा से मात्र 8 किलोमीटर दूर है, इसी ऐतिहासिक संबंध का प्रतीक है।

मध्य प्रदेश की जीवन रेखाएँ: महत्वपूर्ण नदियाँ (Madhya Pradesh ki Jeevan Rekhaen: Important Rivers)

मौर्य काल के बाद

मौर्यों के बाद यहाँ पर शुंग, कण्व, नाग, वाकाटक, गुप्त, कलचुरी, परमार और चालुक्य वंश का शासन रहा। इन कालों की मूर्तियाँ और अवशेष विदिशा जिले में आज भी पाए जाते हैं।

बाद में यह क्षेत्र मुगलों, मराठों और पेशवाओं के अधीन रहा और फिर सिंधिया की ग्वालियर रियासत का हिस्सा बना।
1904 में विदिशा को जिला घोषित किया गया और 1948 में मध्य भारत के गठन के साथ इसमें छोटे-छोटे रियासतों का विलय कर दिया गया।

मध्य प्रदेश के प्रमुख बाँध: (Major Dams of Madhya Pradesh)

🌍 भूगोल और जनसंख्या

विदिशा जिला बेतवा नदी के किनारे बसा है। इसका क्षेत्रफल 7,371 वर्ग किलोमीटर है और यहाँ कुल 1,458,875 लोग निवास करते हैं।

  • पुरुष: 7,69,568

  • महिला: 6,89,307
    जिले में कुल 12 तहसील और 1,524 गाँव हैं।

यहाँ की जलवायु सामान्यतः उप-उष्णकटिबंधीय है और कृषि मुख्य आजीविका का साधन है।

भोपाल: इतिहास और संस्कृति की झलक

🎭 संस्कृति और धरोहर

विदिशा अपनी ऐतिहासिक धरोहरों और सांस्कृतिक समृद्धि के लिए जानी जाती है।

  • सांची स्तूप – बौद्ध धर्म का विश्व प्रसिद्ध केंद्र।

  • उदयगिरी गुफाएँ – गुप्तकालीन शिल्पकला और मूर्तिकला का अद्भुत उदाहरण।

  • बेसनगर का हेलियोडोरस स्तंभ – यूनानी राजदूत द्वारा निर्मित स्तंभ।

  • ग्यारसपुर और बादोह-पथारी – प्राचीन मंदिर और स्थापत्य कला।

यहाँ के त्यौहार और मेले स्थानीय संस्कृति को जीवंत बनाए रखते हैं।

ग्वालियर: इतिहास, पर्यटन और संस्कृति का अनमोल खजाना

🏁 निष्कर्ष

विदिशा जिला केवल एक प्रशासनिक इकाई नहीं, बल्कि इतिहास, भूगोल और संस्कृति का संगम है। यहाँ के प्राचीन स्मारक, धार्मिक स्थल और ऐतिहासिक महत्व इसे भारत की धरोहर बनाते हैं।

अगर आप मध्य प्रदेश की ऐतिहासिक यात्रा करना चाहते हैं, तो विदिशा आपके लिए एक आदर्श स्थान है।

इंदौर – मध्य प्रदेश का दिल

Sources: https://vidisha.nic.in/en/

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *