मध्य प्रदेश के रहस्यमयी धर्मराजेश्वर मंदिर की यात्रा (Tour to Mysterious Dharmrajeshwar Temple of Madhya Pradesh)
मध्य प्रदेश इतिहास और धर्म से जुड़े हुए अनेक खूबसूरत स्थलों का घर है. उन्हीं में से एक है मंदसौर ज़िले का अनोखा धर्मराजेश्वर मंदिर. ये मंदिर अपने रहस्यमयी निर्माण और प्राचीन इतिहास के लिए जाना जाता है. तो चलिए आज इस खास मंदिर के बारे में विस्तार से जानते हैं.
इतिहास का गवाह: धर्मराजेश्वर मंदिर (Dharmrajeshwar Temple)
धर्मराजेश्वर मंदिर को करीब 5वीं शताब्दी का माना जाता है. ये मंदिर चट्टानों को काटकर बनाया गया है, जो उस समय के शिल्पकारों की अद्भुत कलाकारी का उदाहरण है. इस मंदिर से जुड़ी कई कहानियां हैं. कुछ लोगों का मानना है कि इसे पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान बनवाया था. वहीं, कुछ इतिहासकार इसे बौद्ध धर्म से जुड़ा हुआ मानते हैं.
अनोखा निर्माण और रहस्य
धर्मराजेश्वर मंदिर की सबसे खास बात है इसका निर्माण. ये मंदिर जमीन के नीचे बना हुआ है. मंदिर में जाने के लिए आपको करीब 9 मीटर नीचे उतरना पड़ता है. और भी चौंकाने वाली बात ये है कि माना जाता है कि इस मंदिर का शिखर सबसे पहले बनाया गया था, और बाद में नींव का निर्माण किया गया. ये अद्भुत वास्तु शैली आज भी इंजीनियरों को हैरान करती है.
धर्मराजेश्वर मंदिर तक कैसे पहुंचे?
धर्मराजेश्वर मंदिर मंदसौर शहर से 106 किलोमीटर दूर स्थित है.
- सड़क मार्ग: आप अपने वाहन से या फिर राज्य परिवहन की बसों द्वारा मंदसौर पहुंच सकते हैं. वहां से टैक्सी या जीप किराए पर लेकर मंदिर तक जाया जा सकता है.
- रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन शामगढ़ है, जो मंदिर से 26 किलोमीटर दूर है. शामगढ़ से आप टैक्सी या अन्य साधनों द्वारा मंदिर तक पहुंच सकते हैं.
कब आएं धर्मराजेश्वर मंदिर?
आप साल के किसी भी समय धर्मराजेश्वर मंदिर दर्शन के लिए जा सकते हैं. हालांकि, गर्मी के दिनों में (अप्रैल से जून) यहां काफी गर्मी पड़ती है. इसलिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का माना जाता है, जब मौसम सुहाना होता है.
धर्मराजेश्वर मंदिर की यात्रा न सिर्फ आपको इतिहास के करीब ले जाएगी, बल्कि यहां की खूबसूरती और शांति आपको मंत्रमुग्ध कर देगी. तो अगली बार जब आप मध्य प्रदेश घूमने का प्लान बनाएं, तो इस रहस्यमयी मंदिर को अपनी यात्रा कार्यक्रम में जरूर शामिल करें.
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