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खजुराहो : इतिहास, पर्यटन और महत्व

खजुराहो (Khajuraho) : इतिहास, पर्यटन और महत्व

खजुराहो (Khajuraho) मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। इसे विश्वभर में अपने खजुराहो के मंदिरों और सुंदर शिल्पकला के लिए जाना जाता है। यह स्थान यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची (UNESCO World Heritage Site) में भी शामिल है। हर साल लाखों देशी-विदेशी पर्यटक यहाँ घूमने आते हैं।

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खजुराहो का इतिहास

खजुराहो के मंदिर (Khajuraho Temple) का निर्माण चंदेल वंश के राजाओं ने 9वीं से 11वीं शताब्दी के बीच करवाया था। उस समय यहाँ करीब 85 मंदिर थे, जिनमें से अब केवल 22 मंदिर शेष हैं। ये मंदिर मुख्य रूप से हिंदू और जैन धर्म से जुड़े हुए हैं।

खजुराहो की पहचान इसकी भव्य मूर्तियों और विशिष्ट स्थापत्य कला से होती है। इन मंदिरों की दीवारों पर देव-देवियों की मूर्तियाँ, नृत्य, संगीत और सामाजिक जीवन की झलक देखने को मिलती है।

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खजुराहो के प्रमुख मंदिर

खजुराहो में कई प्रसिद्ध मंदिर हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:

  1. कंदारिया महादेव मंदिर – यह खजुराहो का सबसे बड़ा मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है।

  2. लक्ष्मण मंदिर – यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और अपनी नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है।

  3. चित्रगुप्त मंदिर – सूर्य देव को समर्पित यह मंदिर अपनी अनोखी शिल्पकला के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है।

  4. जैन मंदिर समूह – खजुराहो का यह हिस्सा जैन धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है।

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खजुराहो पर्यटन का महत्व

  • खजुराहो डांस फेस्टिवल – हर साल फरवरी-मार्च में आयोजित होने वाला यह उत्सव दुनियाभर के कलाकारों को आकर्षित करता है।

  • विश्व धरोहर स्थल – UNESCO द्वारा मान्यता मिलने से खजुराहो की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी मजबूत हुई है।

  • प्राकृतिक सुंदरता – मंदिरों के अलावा खजुराहो के आस-पास की हरी-भरी वादियाँ और झीलें इसे एक खूबसूरत पर्यटन स्थल बनाती हैं।

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खजुराहो कैसे पहुँचे?

  • हवाई मार्ग – खजुराहो का अपना एयरपोर्ट है, जो दिल्ली और वाराणसी जैसे बड़े शहरों से जुड़ा है।

  • रेल मार्ग – खजुराहो रेलवे स्टेशन से झाँसी, सतना और अन्य शहरों के लिए ट्रेनें उपलब्ध हैं।

  • सड़क मार्ग – खजुराहो सड़क मार्ग से छतरपुर, पन्ना, सतना और झाँसी से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

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खजुराहो घूमने का सही समय

खजुराहो घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का होता है। इस समय मौसम सुहावना रहता है और आप आराम से मंदिरों और आसपास की जगहों की सैर कर सकते हैं।

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