सांभर झील: राजस्थान का नमकीन सफेद सागर (Sambhar Lake: The salty white sea of Rajasthan)
राजस्थान की धरती पर ना सिर्फ खूबसूरत महल और किले हैं, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य भी कमाल का है। उन्हीं में से एक है भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की झील – सांभर झील (Sambhar Lake)। आइए इस अनोखे झील के बारे में रोचक जानकारियां हासिल करें:
-
इतिहास (History): माना जाता है कि सांभर झील का निर्माण हजारों साल पहले हुआ था। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि यह कभी समुद्र का हिस्सा हुआ करती थी।
-
महत्व (Importance): सांभर झील का आर्थिक और पारिस्थितिक दोनों ही तरह का महत्व है। यह झील देश के सबसे बड़े नमक उत्पादकों में से एक है। साथ ही, यहां लाखों प्रवासी पक्षी भी आते हैं, जो इस क्षेत्र की जैव विविधता को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।
-
पौराणिक मान्यताएं (Mythological Beliefs): सांभर झील से जुड़ी कई पौराणिक कथाएँ हैं। एक कथा के अनुसार, महर्षि परशुराम ने इसी झील में अपना खून बहाया था, जिससे इसका पानी खारा हो गया।
-
पर्यटन स्थल (Tourist Places): सांभर झील पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है। यहां आप नमक के मैदानों को देख सकते हैं, जो मानो धरती पर बिछी हुई सफेद चादर लगते हैं। इसके अलावा, यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों को देखना भी एक यादगार अनुभव होता है।
अजमेर का इतिहास: राजाओं और शानदार किलों की कहानी
-
जयपुर से दूरी (Distance from Jaipur): जयपुर से सांभर झील लगभग 180 किलोमीटर दूर है। आप कार से यात्रा करके लगभग 4 घंटे में वहां पहुंच सकते हैं।
-
रोचक तथ्य (Fun Facts):
- सांभर झील का क्षेत्रफल हर मौसम में बदलता रहता है।
- यहां पाया जाने वाला नमक “सांभर साल्ट” के नाम से जाना जाता है और इसका इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवाओं में भी किया जाता है।
तो अगली बार राजस्थान घूमने का प्लान बनाएं, तो सांभर झील जरूर देखिए। यह झील आपको अपने अनोखे सफेद रंग और प्राकृतिक सुंदरता से मंत्रमुग्ध कर देगी।
1 COMMENTS