आमेर का किला: जयपुर का शानदार इतिहास (Amer Fort: The Glorious History of Jaipur)
आमेर का किला (Amer Fort) राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur) से 11 किलोमीटर दूर एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है। यह किला अपने शानदार वास्तुकला, समृद्ध इतिहास (History) और राजपूत शासन की भव्यता के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है।
समयरेखा (Timeline)
- 1592 ईस्वी: राजा मान सिंह प्रथम द्वारा किले का निर्माण पूरा हुआ।
- 16वीं से 18वीं शताब्दी: आमेर कछवाहा राजपूत राजाओं की राजधानी बना।
- 1727 ईस्वी: जयपुर की स्थापना के बाद, आमेर का महत्व कम हुआ।
- वर्तमान: आमेर का किला जयपुर का प्रमुख पर्यटक स्थल है।
किले के प्रमुख आकर्षण (Major Attractions of the Fort)
- जलेब चौक: किले का मुख्य प्रवेश द्वार, जहां शाही जुलूस निकाला जाता था।
- सीश महल: शीशे से सजा हुआ यह महल अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। प्रकाश की किरण पड़ते ही पूरा महल जगमगा उठता है।
- दीवान-ए-आम: राजा दरबार लगाते थे।
- दीवान-ए-खास: निजी बैठकों के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
- महलों की श्रृंखला: आमेर किले में कई महल हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं – मान सिंह महल, जय सिंह महल, सुख निवास।
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आमेर किले की खासियत (Specialties of Amer Fort)
- राजपूत और मुगल स्थापत्य शैली का संगम: किले की वास्तुकला में आप राजपूत और मुगल शैली का खूबसूरत मिश्रण देख सकते हैं।
- हाथी की सवारी: आप हथि पर बैठकर किले तक जा सकते हैं, जो राजसी अनुभव प्रदान करता है।
- शानदार नज़ारा: किले से जयपुर शहर का मनोरम दृश्य देखने को मिलता है।
आमेर का किला राजस्थान के गौरवशाली इतिहास को बयां करता है। यह किला पर्यटकों को राजाओं-महाराजाओं के जीवन शैली की झलक दिखाता है। यदि आप राजस्थान घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो आमेर का किला जरूर देखने जाएं।
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