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History of Jodhpur
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जोधपुर का इतिहास और कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

जोधपुर का इतिहास

राजस्थान का गौरव और राजस्थान के इतिहास में अपनी अमित छाप छोड़ने वाला शहर है जोधपुर(Jodhpur) | जिसके गौरव शाली इतिहास(History) को आज भी दिल से गाया जाता है | अपने समृद्ध इतिहास(History), राजसी किलों, जीवंत संस्कृति और रंगीन परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है | 1459 में राव जोधा(Rao Jodha) द्वारा स्थापित, इस शहर ने सदियों से उतार-चढ़ाव देखे हैं, जिसने इसकी आज की पहचान को आकार दिया है |

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प्रारंभिक इतिहास और राव जोधा का शासन

जोधपुर का इतिहास 15वीं शताब्दी में राव जोधा के शासनकाल से शुरू होता है | राव जोधा, जो राठौर वंश के एक वीर योद्धा थे, ने मंडोर से अपनी राजधानी को मेहरानगढ़ किले में स्थानांतरित कर दिया | उन्होंने जोधपुर की नींव रखी और इसे मारवाड़ साम्राज्य की राजधानी बनाया | राव जोधा के शासनकाल में, जोधपुर एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र के रूप में विकसित हुआ और कला, संस्कृति और शिक्षा का केंद्र बन गया |

मेहरानगढ़ किला (Mehrangarh Fort)

जोधपुर(Jodhpur) का पर्याय बन चुका मेहरानगढ़ किला शहर के ऊपर एक गगनचुंबी चट्टान पर स्थित है | इस विशाल किले का निर्माण राव जोधा द्वारा शुरू किया गया था और इसे सदियों से उनके उत्तराधिकारियों द्वारा विस्तारित किया गया था। किले में सात विशाल द्वार हैं, प्रत्येक युद्ध में जीत का प्रतीक है | किले के भीतर कई महल, मंदिर, संग्रहालय और हॉल हैं, जो राजपूत वास्तुकला और इतिहास(History) की झलक दिखाते हैं। मेहरानगढ़ किला जोधपुर की वीरता और गौरव का प्रतीक है |

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मुगल साम्राज्य और मराठों का प्रभाव

16वीं और 17वीं शताब्दी में, जोधपुर मुगल साम्राज्य के प्रभाव में आया | हालांकि, राठौर राजपूतों ने अपनी स्वायत्तता बनाए रखी और मुगलों के खिलाफ कई विद्रोह किए | 18वीं शताब्दी में, मराठों के उदय के साथ, जोधपुर मराठा साम्राज्य के प्रभाव में भी आया। हालांकि, जोधपुर के शासकों ने कुशल कूटनीति के माध्यम से अपनी स्वतंत्रता को बनाए रखने में कामयाबी हासिल की |

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ब्रिटिश राज और आधुनिक जोधपुर

19वीं शताब्दी में, जोधपुर ब्रिटिश राज के तहत एक रियासत बन गया | हालांकि, रियासत के शासकों ने एक हद तक अपनी स्वायत्तता बनाए रखी और शहर का विकास जारी रहा। स्वतंत्रता के बाद, जोधपुर राजस्थान राज्य का एक हिस्सा बन गया और तेजी से विकास हुआ | आज, जोधपुर एक प्रमुख पर्यटन केंद्र, शिक्षा का केंद्र और उद्योग का केंद्र है। यह शहर अपने समृद्ध इतिहास और जीवंत संस्कृति को आधुनिक सुविधाओं के साथ संतुलित करने में सफल रहा है |

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