मध्य प्रदेश के प्रमुख बाँध: (Major Dams of Madhya Pradesh)
मध्य प्रदेश, भारत का हृदय स्थल माना जाता है, अपनी समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक स्थलों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह राज्य कई महत्वपूर्ण बांधों का भी घर है, जो इसकी जीवन रेखा माने जाते हैं? ये बाँध सिंचाई, पेयजल आपूर्ति, जल विद्युत उत्पादन और बाढ़ नियंत्रण जैसी विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। आइए, मध्य प्रदेश के कुछ प्रमुख बांधों के बारे में जानते हैं:
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बाणसागर बाँध: यह बाँध सोन नदी पर स्थित है और मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित है। यह एक बहुउद्देश्यीय परियोजना है, जिसका उपयोग सिंचाई, जल विद्युत उत्पादन और बाढ़ नियंत्रण के लिए किया जाता है।
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गांधी सागर बाँध: चंबल नदी पर स्थित यह बाँध मध्य प्रदेश के सबसे बड़े बांधों में से एक है। यह सिंचाई, जल विद्युत उत्पादन और बाढ़ नियंत्रण के अलावा, एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है।
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टिग्गा बांध: यह बाँध ग्वालियर के पास स्थित है और चंबल नदी पर बनाया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य पेयजल आपूर्ति करना है।
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बरगी बांध: नर्मदा नदी पर स्थित यह बाँध मध्य प्रदेश में सबसे बड़े जल विद्युत उत्पादन स्टेशनों में से एक का घर है। इसके अलावा, यह सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है |
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ओमकारेश्वर बाँध: यह बाँध नर्मदा नदी पर स्थित है और हिंदू धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल के रूप में भी जाना जाता है। इसका उपयोग सिंचाई और जल विद्युत उत्पादन के लिए किया जाता है |
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ये सिर्फ कुछ उदाहरण हैं, मध्य प्रदेश में कई अन्य महत्वपूर्ण बाँध भी हैं, जो राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं | ये बाँध न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं, बल्कि लाखों लोगों के जीवन को भी प्रभावित करते हैं |
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