धरियावद: ऐतिहासिक गाँव अरावली की गोद में (Dhariyawad: Historic Village Nestled in the Aravalli Range)
राजस्थान, भारत का वह राज्य है जो अपनी ऐतिहासिक महत्वपूर्णता और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। इस राज्य में अनेकों छोटे-बड़े गाँव हैं, जो अपनी अनूठी पहचान से उभरते हैं। धरियावद भी इनमें से एक है।
भूगोल:
धरियावद तहसील (Dhariyawad tehsil) राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले (Pratapgarh District) में स्थित है। यहाँ का स्थान प्रतापगढ़ शहर से लगभग 40 किलोमीटर, बांसवाड़ा से 80 किलोमीटर और उदयपुर से 140 किलोमीटर की दूरी पर है। इसका स्थान अरावली पर्वत श्रृंखला के बीच में होने के कारण इसे प्राकृतिक सुंदरता से ओतप्रोत किया जाता है।
प्रतापगढ़, राजस्थान की तहसीलें (Tehsils of Pratapgarh, Rajasthan)
महत्वपूर्ण स्थल:
धरियावद एक प्रमुख ऐतिहासिक स्थल है, जहाँ गाँव के केंद्र में एक किला स्थित है। यह किला मेवाड़ राजवंश (Mewar Dynasty) के अहम ठिकाना के रूप में जाना जाता है, जो इस स्थान को ऐतिहासिक महत्वपूर्णता देता है।
राजस्थान का इतिहास (History of Rajasthan)
पर्यटन:
धरियावद का किला और प्राकृतिक सौंदर्य इसे पर्यटन स्थल के रूप में लोकप्रिय बनाते हैं। यहाँ के निवासी और स्थानीय पर्यटक इसे अपनी संस्कृति और विरासत का प्रतीक मानते हैं।
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संक्षेप में:
धरियावद एक ऐतिहासिक और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर गाँव है, जो अपने किले और मेवाड़ राजवंश के ठिकाने के लिए जाना जाता है। यहाँ की गहरी संस्कृति, ऐतिहासिक महत्व और प्राकृतिक खूबसूरती हर यात्री को मोहित करती है। इसके अतिरिक्त, इसके आसपास के शहरों से इसे आसानी से जुड़ा हुआ है, जिससे इसे एक विशेष पर्यटन स्थल के रूप में उभारा गया है।