ओडिशा: प्राकृतिक रूप से समृद्ध (Odisha: Rich in Natural Beauty)
ओडिशा, भारत के पूर्वी तट पर स्थित एक रमणीय राज्य है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध आदिवासी संस्कृति और प्राचीन मंदिरों के लिए जाना जाता है। आइए ओडिशा के भूगोल (Geography of Odisha) की यात्रा करें और इसकी अनूठी विशेषताओं को जाने:
-
स्थिति: ओडिशा भारत के पूर्वी तट पर स्थित है। इसकी सीमा पश्चिम बंगाल (उत्तर), झारखंड (उत्तर-पश्चिम), छत्तीसगढ़ (पश्चिम), और आंध्र प्रदेश (दक्षिण) से लगती है। बंगाल की खाड़ी राज्य की पूर्वी सीमा बनाती है।
-
भू-भाग (Size): ओडिशा क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का नौवां सबसे बड़ा राज्य है, इसका क्षेत्रफल लगभग 155,700 वर्ग किलोमीटर है।
-
भूगोल (Geography): ओडिशा (Geography of Odisha) को मुख्य रूप से चार क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है:
-
पूर्वी तटीय मैदान: यह क्षेत्र बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के किनारे स्थित है और इसमें उर्वरक डेल्टा शामिल हैं, जो राज्य की कृषि के लिए महत्वपूर्ण हैं। चिल्का झील, एशिया की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील, इसी क्षेत्र में स्थित है।
-
पहाड़ी क्षेत्र: पूर्वी घाट ओडिशा के पश्चिमी और उत्तरी भागों में फैले हुए हैं। ये पहाड़ियाँ राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य में योगदान करती हैं और खनिजों से भरपूर हैं।
-
उत्तरी पठार: यह क्षेत्र ओडिशा के पश्चिमी भाग में स्थित है और प्राचीन आदिवासी समुदायों का घर है।
-
मध्य महानदी बेसिन: महानदी नदी ओडिशा की जीवन रेखा है, और इसका बेसिन राज्य के मध्य भाग में स्थित है। यह क्षेत्र उपजाऊ है और यहाँ धान की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है।
-
गोवा: भव्य समुद्र तटों और समृद्ध इतिहास वाली भूमि
-
जलवायु (Climate): ओडिशा में मुख्यतः उष्णकटिबंधीय जलवायु पाई जाती है। गर्मियाँ लंबी और आर्द्र होती हैं, जबकि सर्दियाँ कम होती हैं। मई से सितंबर तक मानसून का मौसम रहता है, जो राज्य में अधिकांश वर्षा लाता है।
-
नदियाँ (Rivers): ओडिशा कई नदियों से सिंचित है, जिनमें सबसे प्रमुख है महानदी। अन्य महत्वपूर्ण नदियों में ब्राह्मणी, इब, और Baitarani शामिल हैं। ये नदियाँ सिंचाई के लिए जल प्रदान करती हैं, और राज्य के लिए परिवहन के मार्ग के रूप में भी काम करती हैं।
-
वनस्पति और जीव (Flora and Fauna): ओडिशा में वनस्पति और जीवों की समृद्धि देखने को मिलती है। साल, पीपल और शीशम जैसे पेड़ यहाँ पाए जाते हैं। बाघ, हाथी, हिरण, और विभिन्न प्रकार के पक्षी ओडिशा के वनों में पाए जाते हैं।
ओडिशा का भूगोल न केवल इसकी प्राकृतिक सुंदरता का निर्माण करता है, बल्कि इसके लोगों की जीवन शैली और संस्कृति को भी आकार देता है। उपजाऊ तटीय मैदानों ने कृषि को बढ़ावा दिया है, जबकि जंगलों ने आदिवासी समुदायों को जीवनयापन का एक अनूठा तरीका प्रदान किया है। नदियाँ ओडिशा की जीवन रेखा हैं, और पहाड़ियाँ इसकी प्राकृतिक विरासत में योगदान करती हैं। ओडिशा की अगली यात्रा पर, इन भौगोलिक विशेषताओं पर ध्यान दें और देखें कि वे राज्य को कैसे विशिष्ट बनाती हैं!
2 COMMENTS