बूंदी के तारागढ़ किले का इतिहास और आकर्षण (History and Attractions of Taragarh Fort, Bundi)
परिचय (Introduction)
तारागढ़ किला, बूंदी, राजस्थान का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जो अरावली पर्वत श्रृंखला की ऊंची पहाड़ियों पर स्थित है। 1426 फीट की ऊंचाई पर बने इस किले का निर्माण इसे दुश्मनों के आक्रमण से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से किया गया था। इस किले में कई गुप्त सुरंगों का निर्माण भी किया गया था, जिनका उपयोग युद्ध के समय बाहर निकलने के लिए किया जाता था। इन सुरंगों के अवशेष आज भी अरावली की पहाड़ियों में देखे जा सकते हैं।
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भूगोल (Geography)
तारागढ़ किला अरावली पर्वत श्रृंखला की एक वनाच्छादित पहाड़ी पर बूंदी शहर में स्थित है। यह किला जयपुर से लगभग 215 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
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इतिहास (History)
तारागढ़ किले का निर्माण 1298 ईस्वी में राव देवा हाड़ा द्वारा आरंभ किया गया था और इसे 1354 में राव राजा बर सिंह हाड़ा द्वारा पूरा किया गया। अगले 200 वर्षों में विभिन्न शासकों ने अपनी-अपनी शैली में कई भवन और कमरे इस किले में जोड़े, जिससे यह एक विशाल किले के रूप में विकसित हुआ।
राजस्थान के अन्य किलों के विपरीत, इस किले में राजपूती वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण देखने को मिलता है, जिसमें मुगल प्रभाव न के बराबर है। इस किले में हाथीदार छत, मंदिर के स्तंभों पर नक्काशीदार कॉलम और हाथियों व फूलों के चित्रित ब्रैकेट शामिल हैं।
किले के निर्माण में विशेष हरे रंग के पत्थर का उपयोग किया गया है, जो बूंदी से ही प्राप्त किया गया था। पत्थर की कठोरता के कारण, यहां नक्काशी की बजाय भित्ति चित्रों से दीवारों और छतों को सजाया गया है।
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वास्तुकला (Architecture)
तारागढ़ किला पांच प्रमुख हिस्सों में बंटा हुआ है, जिनमें प्रत्येक का अपना प्रवेश द्वार और आंगन है:
- हाथी पोल (Hathia Pol)
यह मुख्य प्रवेश द्वार है जो पहले आंगन में ले जाता है। इसे हाथी पोल के नाम से जाना जाता है, जो किले के अंदर का मुख्य मार्ग है। - रतन दौलत (Ratan Daulat)
यह स्थान दीवान-ए-आम या रतन दौलत के रूप में जाना जाता है, जो जनता से मिलने का स्थान था। यहां एक शानदार हॉल और दीवारों में मशाल रखने की व्यवस्था है। यहां हाड़ा राजाओं का संगमरमर का सिंहासन भी है। - छतर महल (Chattar Mahal)
छतर महल में प्रवेश रतन दौलत से एक छोटे दरवाजे के माध्यम से होता है। इस महल का निर्माण राव छत्रसाल सिंह द्वारा किया गया था, जहां महिलाएं निवास करती थीं। इसे हाथियों से सजाए गए स्तंभों और आकर्षक भित्ति चित्रों से सजाया गया है। - बादल महल (Badal Mahal)
बादल महल किले का सबसे ऊंचा हिस्सा है, जहां से बादल मानसून में आंगन में घुसते दिखाई देते हैं। यह महल राव भोज द्वारा बनवाया गया था और इसमें सुंदर चित्रित दीवारें हैं। - चित्रशाला (Chitrashala)
यह महल उमेद महल में स्थित है, जहां बूंदी की भित्ति चित्रकारी का प्रदर्शन किया गया है। इन चित्रों में रागमाला, प्रेम कहानियां और दरबार की झांकियां शामिल हैं।
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विशेष आकर्षण (Special Attractions)
- भीम बुर्ज (Bhim Burj): पहाड़ी पर भीम बुर्ज नामक एक बड़ा बुर्ज है, जहां हथियार और तोप रखी जाती थीं। यहाँ गर्भ गूंजन नामक तोप रखी है, जिसे चलाने पर इसकी आवाज़ दूर-दूर तक सुनाई देती थी।
- जलाशय (Water Reservoirs): किले में पीने के पानी के तीन जलाशय हैं, जिनका निर्माण जल संग्रहण की अद्भुत इंजीनियरिंग का एक उदाहरण है। बरसात के पानी को जलाशयों में संचित किया जाता था, जो पूरे वर्ष जल की आपूर्ति करता था।
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लोकप्रिय संस्कृति में (In Popular Culture)
तारागढ़ किले पर एक लोकप्रिय टीवी सीरियल “एक श्रृंगार – स्वाभिमान” की शूटिंग की गई थी, जिसने इसे और भी लोकप्रिय बना दिया।
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निष्कर्ष (Conclusion)
तारागढ़ किला बूंदी की शाही विरासत और राजपूती गौरव का प्रतीक है। इसकी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व इसे राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक बनाता है।