अलीराजपुर जिला (Alirajpur District), मध्य प्रदेश – इतिहास, संस्कृति और विशेषताएँ
अलीराजपुर जिला का परिचय
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पश्चिमी भाग में स्थित अलीराजपुर जिला (Alirajpur District) राज्य के सबसे छोटे लेकिन महत्वपूर्ण जिलों में से एक है। यह जिला आदिवासी जनसंख्या और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। यहाँ पर मुख्य रूप से भील और भिलाला जनजातियाँ निवास करती हैं।
अलीराजपुर का गठन वर्ष 2008 में झाबुआ जिले से अलग करके किया गया। यह जिला प्राकृतिक सौंदर्य और हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है।
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अलीराजपुर जिला – एक नजर में
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क्षेत्रफल (Area): लगभग 3,182 वर्ग किलोमीटर
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जनसंख्या (Population): लगभग 7,28,677 (2011 जनगणना अनुसार)
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मुख्यालय: अलीराजपुर
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भाषा: मुख्य रूप से भीली, हिन्दी और गुजराती
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जलवायु: गर्मियों में गर्म और सर्दियों में ठंडी
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इतिहास और संस्कृति
अलीराजपुर का नाम दो रियासतों – अलीराज और जोरावरसिंहपुर – से मिलकर बना है। स्वतंत्रता से पहले यह क्षेत्र छोटी-छोटी रियासतों के अधीन था।
यह जिला अपनी अनोखी आदिवासी संस्कृति, पारंपरिक वेशभूषा, नृत्य, और मेलों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के लोकनृत्य और गीत आदिवासी जीवनशैली की झलक प्रस्तुत करते हैं।
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प्रमुख पर्यटन स्थल
अलीराजपुर जिला भले ही छोटा है, लेकिन यहाँ घूमने के लिए कई आकर्षक स्थल हैं:
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कट्ठीवाड़ा का जंगल: हरे-भरे जंगल और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध।
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बोरलई मंदिर: धार्मिक महत्व का स्थल।
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पंचपिपल्या जलप्रपात: बरसात के मौसम में पर्यटकों को आकर्षित करता है।
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भील संस्कृति स्थल: यहाँ आदिवासी कला और जीवन शैली देखने को मिलती है।
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अर्थव्यवस्था और आजीविका
अलीराजपुर जिले की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि और वनोपज पर आधारित है। यहाँ मक्का, ज्वार, बाजरा और कपास प्रमुख फसलें हैं।
इसके अलावा यहाँ महुआ, तेंदूपत्ता और लकड़ी जैसी वनोपज भी ग्रामीणों के जीवन का अहम हिस्सा हैं।
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शिक्षा और विकास
जिला शिक्षा के क्षेत्र में धीरे-धीरे प्रगति कर रहा है। ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में सरकार द्वारा कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएँ मिल सकें।
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अलीराजपुर क्यों खास है?
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आदिवासी संस्कृति का अद्भुत संगम
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प्राकृतिक सुंदरता और जंगल
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पारंपरिक मेले और त्यौहार
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सरल और आत्मीय जनजीवन
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निष्कर्ष
अलीराजपुर जिला मध्य प्रदेश का एक अनोखा हिस्सा है, जो अपनी आदिवासी संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और इतिहास के लिए जाना जाता है। यह स्थान उन लोगों के लिए खास है जो भारत की मूल और पारंपरिक जीवनशैली को करीब से देखना चाहते हैं।
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