Local Updates

Local Updates are Here

Ranthambore National Park
Geography Rajasthan

रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान: बाघों का राजसी ठिकाना!

रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान: बाघों का राजसी ठिकाना! (Ranthambore National Park: Majestic lecture by tigers!)

राजस्थान, अपने भव्य किलों और रंगीन संस्कृति के लिए जाना जाता है, वहीं एक और खूबसूरती समेटे हुए है – रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान (Ranthambore National Park)! ये वन्यजीवों का स्वर्ग है, जहां आप बाघों के अलावा अनेक जंगली जीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं. आइए, रणथंभौर के रोमांचक सफर पर निकलते हैं!

इतिहास का साक्षी: रणथंभौर का किला

रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान अपने नाम के अनुरूप रणथंभौर किले के चारों ओर फैला हुआ है। यह किला 1000 साल से भी ज्यादा पुराना है और मुगलों और राजपूत शासकों के बीच कई युद्धों का गवाह रहा है. किले की ऊंची चोटी से आप पूरे राष्ट्रीय उद्यान का नजारा ले सकते हैं.

वन्यजीवों का जमघट: बाघ ही नहीं, बहुत कुछ और भी!

रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध है. यहां आप मजेस्टिक बाघिन “पद्मावती” और बाहुबली जैसे मशहूर बाघों की कहानियां सुन सकते हैं. लेकिन बाघ ही नहीं, शेर, चीतल, हिरण, सांभर, नीलगाय, और कई तरह के पक्षी भी इस अभयारण्य में पाए जाते हैं.

वन्यजीव संरक्षण के प्रयास

भारत सरकार द्वारा बाघों के संरक्षण के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें से एक “प्रोजेक्ट टाइगर” है. रणथंभौर को 1973 में इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत लाया गया था. इसके अलावा, स्थानीय समुदायों को भी वन्यजीव संरक्षण में शामिल किया जा रहा है.

राजस्थान के राष्ट्रीय उद्यान: प्रकृति का अनमोल खजाना (Rajasthan National Parks: A Treasure Trove of Nature)

रोचक तथ्य: रणथंभौर के अनोखे पहलू

  • रणथंभौर में पाया जाने वाला विशाल बरगद का पेड़ एशिया के सबसे बड़े पेड़ों में से एक है।
  • रणथंभौर बाघ रिजर्व में बाघों की संख्या पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ी है।
  • रणथंभौर फिल्म निर्माताओं के बीच भी काफी लोकप्रिय है। कई फिल्मों की शूटिंग यहीं की गई है।

रणथंभौर घूमने का बेस्ट टाइम

अक्टूबर से मार्च का महीना रणथंभौर घूमने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस दौरान मौसम सुहाना होता है और जंगली जीवों को देखने की संभावना भी ज्यादा रहती है.

तो देर किस बात की? आइए, घूमते हैं रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में और वन्यजीवों की खूबसूरती का आनंद लें! लेकिन याद रखें, प्लास्टिक जैसी चीजें ना फेंके और वन विभाग के नियमों का पालन करें.

1 COMMENTS

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *